यूट्यूब चैनलों की हैकिंग घटना
सितंबर 2024 में, रणवीर के दोनों प्रमुख यूट्यूब चैनल्स—’बीयर बाइसेप्स’ और उनका व्यक्तिगत चैनल—साइबर हमले का शिकार बने। हैकर्स ने न केवल चैनलों के नाम बदलकर ‘टेस्ला’ कर दिया, बल्कि सभी इंटरव्यू और पॉडकास्ट वीडियो भी डिलीट कर दिए। इस घटना ने न केवल रणवीर और उनकी टीम को चौंका दिया, बल्कि उनके लाखों सब्सक्राइबर्स को भी निराश किया। रणवीर ने तुरंत यूट्यूब से संपर्क किया और चैनलों की बहाली के लिए प्रयास शुरू किए। इस घटना ने डिजिटल सुरक्षा की महत्वपूर्णता पर एक बार फिर से प्रकाश डाला।
विवादित बयान और उसके परिणाम
फरवरी 2025 में, रणवीर एक नए विवाद में फंस गए। कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में दिए गए एक बयान के कारण उन्हें भारी आलोचना का सामना करना पड़ा। राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए यूट्यूब से आपत्तिजनक वीडियो हटाने की अपील की। बढ़ते दबाव के बीच, रणवीर ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगते हुए अपने बयान को ‘गलती’ करार दिया और कहा कि वीडियो से आपत्तिजनक हिस्से हटा दिए गए हैं।
संसदीय समिति की जांच
इस विवाद के चलते, आईटी मामलों की संसदीय समिति ने भी इस मुद्दे को गंभीरता से लिया। समिति की सदस्य प्रियंका चतुर्वेदी ने रणवीर को नोटिस भेजने की मांग की, जिससे यह मामला संसद में भी चर्चा का विषय बन गया। बीजेडी सांसद सस्मित पात्रा ने इस घटना को ‘बेहद दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए समिति में सख्त दिशा-निर्देश बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि भविष्य में ऐसी अपमानजनक टिप्पणियों को रोका जा सके।
सिने वर्कर्स एसोसिएशन की प्रतिक्रिया
अखिल भारतीय सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने भी इस मामले में कड़ा विरोध जताया। उन्होंने शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ पर प्रतिबंध लगाने की मांग की और कहा कि रणवीर की टिप्पणी हमारे सामाजिक और पारिवारिक मूल्यों के खिलाफ है। AICWA ने फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े सभी कलाकारों, निर्देशकों और तकनीशियनों से इस शो और इससे जुड़े लोगों से किसी भी तरह का सहयोग बंद करने की अपील की।
यूट्यूब की कार्रवाई
भारत सरकार के निर्देश पर, यूट्यूब ने विवादित एपिसोड को अपने प्लेटफॉर्म से हटा दिया। हालांकि, रणवीर ने अपने बयान के लिए माफी मांगी, लेकिन इससे उनकी मुश्किलें कम होती नहीं दिखीं। सोशल मीडिया पर भी रणवीर को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं, जहां कई यूजर्स ने उनकी टिप्पणियों की आलोचना की और उन पर कार्रवाई की मांग की।
पुलिस में शिकायत और कानूनी पहलू
इस मामले में, असम पुलिस ने रणवीर, समय रैना और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। कानूनी विशेषज्ञों के अनुसार, सार्वजनिक मंच पर इस प्रकार की टिप्पणियां भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत अपराध मानी जा सकती हैं, जिससे रणवीर और अन्य संबंधित व्यक्तियों को कानूनी कार्यवाही का सामना करना पड़ सकता है।
उद्योग जगत की प्रतिक्रियाएं
इस विवाद के चलते, गायक बी प्राक ने रणवीर के पॉडकास्ट ‘बीयर बाइसेप्स’ से अपना नाम वापस ले लिया, जबकि राखी सावंत ने रणवीर के समर्थन में बयान दिया। राखी ने कहा, “रणवीर ने गलती की है, लेकिन हम सबको उन्हें माफ कर देना चाहिए।” इससे स्पष्ट होता है कि मनोरंजन उद्योग में भी इस मामले को लेकर मिश्रित प्रतिक्रियाएं हैं।
रणवीर का व्यक्तिगत बयान
रणवीर ने इस पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “मेरी टिप्पणी अनुचित थी, और मैं इसके लिए खेद व्यक्त करता हूं। मेरा मकसद किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं था।” उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वीडियो जारी कर बिना शर्त माफी मांगी और भविष्य में अधिक सावधानी बरतने का वादा किया।
निष्कर्ष
रणवीर अल्लाहबादिया की यात्रा प्रेरणास्पद रही है, लेकिन हाल की घटनाओं ने दिखाया है कि सार्वजनिक व्यक्तित्वों को अपने शब्दों और कार्यों के प्रति अत्यधिक सतर्क रहना चाहिए। डिजिटल युग में, एक छोटी सी गलती भी बड़े विवाद का कारण बन सकती है, जिससे न केवल व्यक्तिगत छवि, बल्कि करियर पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। इसलिए, यह आवश्यक है कि सार्वजनिक मंचों पर व्यक्तित्व अपने बयानों और कार्यों के प्रति जिम्मेदार और संवेदनशील